Manipur Violence- नरक जैसा जीवन जी रहे मणिपुर के लोग, केंद्र हर मोर्चे पर फेल, दिल्ली लौटा विपक्षी सांसदों का प्रतिनिधि मंडल।

2023 Manipur Violence : इंडिया (I.N.D.I.A) गठबंधन के सांसद जहां पिछले दिन हिंसा पीड़ितों से मिले तो भाजपा ने इसे उनकी नौटंकी कहा। विपक्षी सांसदों ने पिछले दिनों मणिपुर में राहत शिविर का दौरा किया और लोगों की पीड़ा के बारे में पूछा. इस बीच सभी सांसद राज्यपाल अनुसुइया उइके से मिलने इंफाल के राजभवन पहुंचे हैं जहां उन्होंने शांति बहाली की अपील की है.

HIGHLIGHTS

  • मणिपुर दौरे पर गए विपक्षी सांसदों प्रतिनिधि मंडल ने आज राज्यपाल से मुलाकात की.
  • प्रतिनिधियों ने एक ज्ञापन पर हस्ताक्षर कर राज्यपाल से राज्य में शांति बहाली का आह्वान किया.
  • प्रतिनिधियों ने एक ज्ञापन पर हस्ताक्षर कर राज्यपाल से राज्य में शांति बहाली का आह्वान किया.

दिल्ली वापस लौटा सांसदों का प्रतिनिमंडल।

मणिपुर का दो दिवसीय दौरा कर ‘इंडिया’ (I.N.D.I.A) गठबंधन के सांसद वापस दिल्ली लौट आए हैं। सांसदों ने मणिपुर की राज्यपाल से मुलाकात कर राज्य के लोगों की समस्याओं के बारे में अवगत कराते हुए एक ज्ञापन सौंपा। और राज्य में शांति बनायें रखने की अपील की।

केंद्र और राज्य सरकार ने अभी तक आंखे बंद कर रखी हुईं है।

मणिपुर से आने के बाद कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार दोनों ही मणिपुर के लिए कोई बड़ा कदम नहीं उठा पा रही हैं। उन्होंने कहा कि लोगों के घरों में खाना और दवाइयां नहीं हैं, बच्चों के पास पढ़ने के लिए कोई सुविधा नहीं है।

अधीर रंजन ने कहा,

“जब हमने राज्यपाल से बात की तो उन्होंने खुद अपना दर्द और दुख व्यक्त किया। इस दो दिवसीय यात्रा के दौरान हमने जो कुछ भी देखा, वह भी हमारी बात से सहमत हुईं। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि हम सभी समुदायों के नेताओं के साथ मिलकर बातचीत करें और समाधान निकालें। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि विपक्ष और सत्तारूढ़ दल दोनों को मिलकर एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल मणिपुर भेजना चाहिए और बातचीत करनी चाहिए। “

-केंद्र ने मणिपुर को नजरअंदाज कियाः अधीर रंजन

मणिपुर दौरे पर गए विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के प्रतिनिधिमंडल के सदस्य और कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि मुख्य बात यह है कि मणिपुर को नजरअंदाज किया गया है। और अभी तक राज्य में शांति बनाये रखने के लिए कोई भी ठोस कदम है उठाये जा रहे है उन्होंने कहा कि चूंकि राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने इसे नजरअंदाज किया है, इसलिए स्थिति बिगड़ रही है। जल्द से जल्द शांति बहाल होनी चाहिए।

अधीर रंजन ने बताया कि सभी सांसदों ने राज्यपाल से अनुरोध किया कि वे केंद्र सरकार को पिछले 89 दिनों से मणिपुर में कानून और व्यवस्था के खराब हालात के बारे में अवगत कराएं।

-एक हॉल में रह रहे 500 लोग, उन्हें खाने के लिए केवल दाल-चावल मिल रहा

कांग्रेस सांसद फूलोदेवी नेताम ने कहा कि राहत शिविरों का दौरा कर पता चला कि एक हॉल में 400-500 लोग रह रहे हैं। राज्य सरकार उन्हें केवल खाने में दाल-चावल ही दे रही है, बच्चों को पूरे दिन खाने के लिए और कुछ नहीं मिल रहा है। शौचालय या बाथरूम की भी कोई सुविधा नहीं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से लोग शिविरों में रह रहे हैं वह बहुत पीड़ादायक है।

छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने भाजपा पर कसा तंज

छत्तीसगढ़ के सीएम ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा के नेता इंडिया गठबंधन के दौरे को नौटंकी बता रही है, लेकिन स्थिति बहाल करने के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 90 दिन हो गए हैं और मणिपुर जल रहा है, लेकिन डबल इंजन सरकार इसे रोकने के लिए कुछ नहीं कर रही है। वे सिर्फ बहाने ढूंढ रहे हैं।

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